तांबे की धातु जल को ऊर्जावान बनाती है और रोगनाशक होती है
दूध
चांदी / स्टील
चांदी मानसिक शांति देती है, स्टील न्यूट्रल धातु है (यदि चांदी न हो)
दही
मिट्टी या चांदी
मिट्टी शुद्धता की प्रतीक है, चांदी ठंडक देती है
घी
कांस्य (पीतल)
कांस्य अग्नि तत्व को जाग्रत करता है
शहद
कांच / स्टील / मिट्टी
स्टिकी पदार्थों के लिए ये बर्तन अच्छे रहते हैं
पंचामृत
चांदी का बर्तन
पंच तत्वों का संतुलन – चांदी इसे ऊर्जा देती है
भांग / धतूरा
तांबा या मिट्टी
इन तांत्रिक वस्तुओं के लिए तांबा उपयुक्त
तिल का जल / तेल
कांस्य या मिट्टी
नकारात्मक ऊर्जा को खींचने में सहायक
चंदन / गुलाल / सिंदूर
पीतल / कांच की कटोरी
शुद्धता और ऊर्जा संरक्षण के लिए
नारियल जल
स्टील या तांबा
ऊर्जा प्रवाह को तेज करता है
अर्क / औषधीय जल
कांच / मिट्टी का पात्र
औषधीय गुण बने रहते हैं
🧿 विशेष ध्यान देने योग्य बातें:
प्लास्टिक या एल्युमिनियम के बर्तन बिल्कुल ना इस्तेमाल करें – ये ऊर्जा को अवरुद्ध कर देते हैं।
तांबे का लोटा सबसे पवित्र माना जाता है – जल, बेलपत्र चढ़ाने में उत्तम।
चांदी और कांस्य – यह धातुएं ऊर्जावान और स्वास्थ्यदायक मानी जाती हैं।
कांच और मिट्टी – यह शुद्धता और शीतलता का प्रतीक है, विशेषकर पंचामृत और दही के लिए।
🧘♂️ अनुभवी साधकों के अनुसार:
“शिवलिंग पर अर्पण केवल कर्म नहीं, एक ऊर्जा प्रवाह है। जो वस्तु चढ़ा रहे हैं, वह जितनी शुद्ध होगी और जिस पात्र से अर्पित होगी, उसका प्रभाव उतना ही गहरा होगा।”